दिल्ली/एनसीआर मेडिहेल्थ

सिल्वर जुबली मेगा हेल्थ मेले में की गई 1220 लोगों की जांच

– नोएडा डायबिटिक फोरम के कैंप में आठ अस्पताल के 45 डॉक्टरों ने जांची सेहत

– 20 से ज्यादा कंपनियों ने किया दवाओं का वितरण

नोएडा। नोएडा डायबिटिक फोरम ने आम लोगों की सेहत की जांच, परामर्श, जागरूकता और सेवा के 25 वर्ष का शानदार सफर पूरा कर लिया है। फोरम की ओर से अपनी स्थापना के सिल्वर जुबली वर्ष में रविवार को सेक्टर-12 स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में नि:शुल्क मेगा हेल्थ मेले का आयोजन किया गया। सुबह 9 बजे आरम्भ हुए हेल्थ मेले में 1220 लोगों के सेहत की जांच की गई। इसमें ईसीजी, ब्लड ग्लूकोज, लंग्स टेस्ट, ऑख-कान-गला, यूरिक एसिड, अल्ट्रांसाउंड, बॉडी मास इंडेक्स, इको और फैटी लीवर की जांच की गई। मेले में स्थानीय विधायक पंकज सिंह और पूर्व विधायक नवाब सिंह नागर ने डॉक्टरों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया।

नोएडा डायबिटिक फोरम के अध्यक्ष डा. जीसी वैष्णव और महासचिव पंकज जिंदल ने बताया कि नोएडा डायिबिटिक फोरम की स्थापना 1996 को 11 सदस्यों के साथ की गई थी। आज इसके सदस्यों की संख्या 900 से भी ज्यादा है। डॉ. जीसी वैष्णव ने कहा कि 25 साल का यह सफर कैसे पूरा हो गया, पता ही नहीं चला। फोरम को लोगों का भरपूर सहयोग पूरा मिला। इस 25 साल के दौरान साढ़े तीन लाख से ज्यादा मरीजों की नि:शुल्क जांच की गई। डॉ. वैष्णव ने कहा कि मधुमेह बीमारी मूलत: लाइफ स्टाइल के कारण ही होती है। बीते वर्षों में हमारी लाइफ स्टाइल में बहुत बदलाव आया है। पहले लोग पैदल चलते थे। अब कारों से चलने लगे हैं। खाने का मैन्यू भी बदल गया है। जीवन में तनाव बढ़ रहा है। इस कारण लोग तेजी से विभिन्न बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।

डॉ. जीसी वैष्णव का कहना है कि डायबिटीज की बीमारी अमीरी-गरीबी देखकर नहीं होती है। इसके शिकार हर वर्ग के लोग हो रहे हैं। नोएडा डायबिटिक फोरम ने 2004 में पहाड़ों पर कैंप लगाना शुरू किया था। तब हमें 10 पेशेंट डायबिटीज के मिले थे। मौजूदा वर्ष-2021 में कैंप लगाया गया और 1400 लोगों की जांच की गई, जिसमें से 750 लोग डायबिटीज के मरीज मिले हैं। डॉ. वैष्णव ने कि नोएडा डायिबिटिक फोरम के शिविरों व अन्य अस्पतालों में जांच कराने आए मरीजों में पीपी और फास्टिंग की रिपोर्ट सामान्य होने के बावजूद एचबीए1 सी की जांच में 150 मरीजों में बढ़े हुए डायबिटीज की पुष्टी हुई। कैंप मे आए सात लोग ऐसे थे, जिन्हें मालूम नहीं था कि वे डायबिटीज की चपेट में आ चुके हैं।

स्थानीय विधायक पंकज सिंह और पूर्व विधायक नवाब सिह नागर ने डॉक्टरों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया। पंकज सिंह ने कहा कि जिस प्रकार 25 साल से नोएडा डायबिटिक फोरम लोगों की सेवा कर रहा है, मैं इसके सदस्यों का अभिनंदन करता हूं। एक दो बार कैंप लगाना तो आसान है, लेकिन नियमित रूप से 25 साल तक इस प्रकार कैंप लगाया जाए, ऐसी सेवा भाव को लेकर प्रोफेशन में आए लोग ही कर सकते हैं। कोरोना कॉल में भी अपने सेवाभाव से डॉक्टरों ने अहम भूमिका निभाई थी। यह कैंप 25 ही नहीं, अनगिनत सालों तक चलता रहे, मैं यही कामना करता हूं।

नोएडा डायबिटिक फोरम के महासचिव पंकज जिंदल ने बताया कि फोरम हर महीने के तीसरे रविवार को सामाजिक संगठन और आरडब्ल्यूए के साथ मिलकर नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन करता है। उन्होंने कहा कि मेले के आयोजन में भारत विकास परिषद और नोएडा एंटरप्रिन्योर्स एसोसिएशन ने सहयोग दिया। पंकज जिंदल ने बताया कि शहर के प्रमुख अस्पतालों कैलाश अस्पताल, सुमित्रा हॉस्पिटल, मेट्रो, फिलिक्स, प्रकाश, निओ और विनायक समेत आठ अस्पताल के 45 डॉक्टरों ने की सेवाएं दीं। हेल्थ मेले में 20 से ज्यादा फार्मास्युटिकल कंपनियों ने दवाओं का नि:शुल्क वितरण किया।

नोएडा डायिबिटिक फोरम के चेयरमैन प्रताप मेहता ने बताया कि हेल्थ मेले में डॉक्टरों, फार्मास्युटिकल कंपनियों और फोरम के सहयोगियों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। उन्होंने बताया कि मेगा स्वास्थ्य मेले को सफल बनाने के लिए डॉ. कौशिक, डॉ. विनोद, संजय शर्मा, प्रताप मेहता, एनआईए के अध्यक्ष विपिन मल्हन, राजीव अजवानी, संतोष, विनय शर्मा और संतोष गंगल का विशेष सहयोग रहा।

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