नोएडा। एमिटी विश्वविद्यालय की शिक्षण गुणवत्ता से प्रभावित होकर और एमिटी के वैज्ञानिकों द्वारा किये जा रहे अनुसंधान एवं नवाचार की जानकारी प्राप्त करने के लिए शुक्रवार को उज़्बेकिस्तान के सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विकास के प्रथम उप मंत्री ओलेग पेकोस अब्दुलहद कुचकारोवी ने एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा किया। एमिटी कैपिटल वेंचरस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमोल चौहान और फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के डीन डा. संजीव बंसल ने उनका स्वागत किया।
ओलेग पेकोस ने कहा कि हमें एमिटी शिक्षण समूह और उसकी बृहद क्षमता की जानकारी है। आज एमिटी विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान कर रही है। हम नई तकनीकी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में आपका सहयोग प्राप्त करेगें, क्योंकि एमिटी विश्वविद्यालय नई तकनीकीयों को घर है। इस वैश्विक महामारी के दौर में विकास के संयुक्त कार्य करने की आवश्यकता है। हम अन्य कई क्षेत्रों में मिलकर कार्य करने पर विचार करेंगे।
अमोल चौहान ने कहा कि हम भारत और उज़्बेकिस्तान के मध्य अंत:विषयक शोध को प्रोत्साहन प्रदान करेंगे और कई क्षेत्रों में अनुसंधान और नवाचार पर सहयोग करेंगे। वर्तमान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी पर एमिटी द्वारा कार्य किया जा रहा है। उद्योग 4.0 के आधार पर छात्रों को शिक्षण 4.0 से तैयार किया जा रहा है, जिसके तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि एमिटी शिक्षण समूह का उददेश्य शिक्षा के माध्यम से विश्व का विकास करना है।
उज़्बेकिस्तान के उप मंत्री ने एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ मॉलेक्यूलर मेडिसिन एंड स्टेम सेल रिर्सच की प्रयोगशालाओं, एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ नैनोटेक्नोलॉजी की प्रयोगशालाओं, एमिटी स्कूल ऑफ कम्यूनिकेशन स्टूडियो, सेंट्रल लाइब्रेरी, एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ माइक्रोबियल टेक्नोलॉजी, एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी का दौरा भी किया। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के गु्रप प्रो. वीसी रियर एडमिरल आरसी कोच्चर, आरबीईएफ की उपाध्यक्ष प्रो. भावना कुमार, एमिटी यूनिवर्सिटी ताशकंद के निदेशक (प्रशासन) बॉबर अब्दुल्लाव भी उपस्थित थे।